
यूक्रेन और रूस के बीच जारी जंग अब सिर्फ़ battlefield तक सीमित नहीं रही, बल्कि diplomacy और statements की लड़ाई भी तेज़ हो चुकी है। इसी बीच रूसी राष्ट्रपति Vladimir Putin ने एक ऐसा बयान दिया है, जिसने global politics में नई हलचल पैदा कर दी है। पुतिन का कहना है कि वह यूक्रेन युद्ध रोकने के लिए तैयार हैं, लेकिन इस readiness के साथ एक strong condition भी जुड़ी हुई है।
“I will stop the war, but…” – Putin’s Classic Clause
पुतिन ने साफ कहा है कि अगर रूस को उसकी security guarantees दी जाती हैं, तो वह यूक्रेन के साथ युद्ध रोकने के लिए राज़ी हैं।
world diplomacy में “लेकिन” शब्द अक्सर सबसे भारी हथियार बन जाता है। शांति की बात शुरू होते ही शर्तों की लंबी लिस्ट सामने आ जाती है।
Peace Talks पर Putin का Signal
Putin के मुताबिक, अब तक यूक्रेन की तरफ से पूरी seriousness नहीं दिखाई दी है, लेकिन कुछ positive signals ज़रूर मिले हैं। उन्होंने कहा कि कीव शासन से भी बातचीत के संकेत आ रहे हैं। यानी दरवाज़ा पूरी तरह बंद नहीं है, बस कुंडी अभी आधी लगी हुई है।
“Dialogue is the only solution” – Old Line, New Timing
रूसी राष्ट्रपति ने एक बार फिर दोहराया कि Russia talks के लिए तैयार है। Conflict का peaceful solution चाहता है। Military confrontation किसी के हित में नहीं है।
जब युद्ध लंबा खिंच जाता है, तब शांति अचानक urgent agenda बन जाती है।
Negotiations: Easy Words, Hard Decisions
Putin ने बताया कि शुरुआती बैठकों में रूस को कुछ ऐसे प्रस्ताव दिए गए, जिन्हें मानना आसान नहीं था। उन्होंने माना कि compromise आसान नहीं होता, लेकिन बातचीत के अलावा कोई दूसरा रास्ता भी नहीं है। Global politics में यही irony है—जो फैसले सबसे मुश्किल होते हैं, वही सबसे ज़रूरी साबित होते हैं।
Trump Factor: Peace with Personal Touch
Putin ने इस दौरान Donald Trump की भी तारीफ की। उन्होंने कहा कि ट्रंप इस युद्ध को खत्म करने के लिए genuinely serious हैं।
उन्होंने एंकरिज में हुई बैठक का ज़िक्र करते हुए बताया कि ट्रंप के कई प्रस्तावों पर सहमति भी बनी।

नेताओं की बयानबाज़ी कभी headlines जलाती थी, वही अब peace proposals की फाइलें थामे दिख रहे हैं।
अब Ball किसके Court में?
Putin के बयान के बाद बड़ा सवाल यही है क्या Ukraine रूस को security guarantee देगा? क्या President Zelensky इस condition को accept करेंगे?
फिलहाल, दुनिया waiting mode में है—जहां peace talks की उम्मीद और political pressure साथ-साथ चल रहे हैं।
Putin का बयान साफ संकेत देता है कि रूस युद्ध से बाहर निकलने का रास्ता खुला रखना चाहता है, लेकिन अपनी शर्तों पर। यह peace offer कम और strategic message ज़्यादा लगता है। क्योंकि global diplomacy में शांति वही जीतता है, जो आख़िरी शब्द भी खुद लिखे।
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